कनाडा की ओंटारियो पुलिस ने तीन खालिस्तानियों को गिरफ्तार किया है, जिनमें पन्नून का करीबी इंदरजीत सिंह गोसल भी शामिल है। इन पर हथियारों से जुड़े मामले हैं। इसे भारत-कनाडा सुरक्षा सहयोग की दिशा में एक ज़रूरी कदम माना जा रहा है।
विस्तृत खबर:
- कनाडा की पुलिस ने ओंटारियो में एक रूटीन ट्रैफिक स्टॉप के दौरान तीन ऐसे लोगों को गिरफ्तार किया है, जिन पर खालिस्तानी विचारधारा का समर्थन करने का आरोप है। इन तीनों पर हथियारों से जुड़े अपराधों के आरोप लगे हैं। सबसे खास बात यह है कि पकड़े गए लोगों में इंदरजीत सिंह गोसल भी शामिल है, जिसे प्रतिबंधित संगठन सिख फॉर जस्टिस के मुखिया गुरपतवंत सिंह पन्नून का करीबी माना जाता है।
- यह गिरफ्तारी ऐसे समय में हुई है, जब भारत और कनाडा के बीच सुरक्षा मामलों पर बातचीत चल रही है। माना जा रहा है कि दोनों देशों के उच्च अधिकारियों के बीच हुई बातचीत के बाद ही कनाडा की पुलिस ने यह कार्रवाई की है। इस घटनाक्रम को दोनों देशों के बीच सुरक्षा सहयोग के तौर पर देखा जा रहा है। पुलिस फिलहाल मामले की जांच कर रही है और जल्द ही इन तीनों आरोपियों को अदालत में पेश किया जाएगा, जिसके बाद आगे की कानूनी प्रक्रिया शुरू होगी।
इस घटना का मतलब:
इस घटना से एक बार फिर यह बात सामने आई है कि अंतर्राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए साझा खुफिया जानकारी और मिलकर कार्रवाई करना कितना ज़रूरी है। यह भी देखने वाली बात है कि समुदायों की सुरक्षा, बोलने की आज़ादी और कानून व्यवस्था को बनाए रखने के बीच कैसे तालमेल बिठाया जाता है।
आगे क्या होगा:
आने वाले दिनों में यह मामला और आगे बढ़ेगा, जब पुलिस अदालत में चार्जशीट दाखिल करेगी और कोर्ट में कार्यवाही शुरू होगी। इससे पता चलेगा कि यह मामला किस दिशा में जाता है। इस घटना के बाद भारत और कनाडा के बीच सुरक्षा को लेकर बातचीत और भी मज़बूत हो सकती है।
