उत्तरी-मध्य वियतनाम में रात को आए तूफान से बाढ़ और बिजली व्यवस्था चरमरा गई। हवाई यातायात भी बाधित, हज़ारों लोग सुरक्षित स्थानों पर भेजे गए। फिलीपींस में पहले ही 10-11 लोग अपनी जान गँवा चुके हैं, और अब वियतनाम में भूस्खलन का डर सता रहा है।
मुख्य खबर:
- रॉयटर्स और एशियाई मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, तूफान 'बुअलॉय' ने वियतनाम के उत्तरी-मध्य इलाके में सुबह-सुबह दस्तक दी। इससे कई घरों को नुकसान पहुँचा, बिजली के खंभे उखड़ गए, और चार प्रांतों के हवाई अड्डों को बंद करना पड़ा। हज़ारों लोगों को सुरक्षित जगहों पर ले जाया गया और कई फ्लाइट्स रद्द कर दी गईं या लेट हो गईं।
- मौसम विभाग के अनुसार, सुबह 8 बजे (0100 जीएमटी) तूफान थोड़ा कमज़ोर ज़रूर पड़ा, लेकिन न्गे आन प्रांत में हवा की रफ़्तार अब भी 88 किलोमीटर प्रति घंटा थी। क्वांग त्री तट के पास चार नावों के डूबने से 12 मछुआरे लापता बताए जा रहे हैं, और ह्यू शहर में बाढ़ में बह जाने से एक व्यक्ति की मौत हो गई है।
- डीडब्ल्यू की रिपोर्ट के मुताबिक, तूफान उम्मीद से पहले आ गया। 130 किलोमीटर प्रति घंटा से ज़्यादा की रफ़्तार से हवाएँ चल रही थीं, मूसलाधार बारिश हो रही थी, और 8 मीटर तक ऊँची लहरें उठ रही थीं, जिससे तटीय इलाकों के हालात बहुत खराब हो गए थे। सरकार ने तुरंत 28,500 से ज़्यादा लोगों को निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुँचाया और 100,000 सैनिकों को राहत और बचाव कार्य के लिए तैनात किया।
- भारतीय मीडिया ने भी वियतनाम के मौसम विभाग और आपदा प्रबंधन एजेंसियों की चेतावनी जारी की है। उनके अनुसार, कुछ इलाकों में 500 मिमी तक बारिश हो सकती है, जिससे भारी बाढ़ और भूस्खलन का खतरा बढ़ गया है। इस तूफान का असर पूरे मध्य और दक्षिण पूर्व एशिया में देखने को मिल सकता है, जहाँ परिवहन और सामान की सप्लाई में दिक्कतें आ सकती हैं।
- स्थानीय लोगों का कहना है कि उन्होंने पहले कभी ऐसा तूफान नहीं देखा। चारों तरफ पानी ही पानी है और कई घर पूरी तरह से डूब गए हैं। लोगों को अपनी जान बचाने के लिए ऊँचे स्थानों पर शरण लेनी पड़ी है। सरकार और स्वयंसेवी संगठन मिलकर लोगों तक खाना, पानी और ज़रूरी सामान पहुँचाने की कोशिश कर रहे हैं।
- तूफान से सबसे ज़्यादा नुकसान मछुआरों को हुआ है। कई नावें या तो डूब गई हैं या बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई हैं। मछुआरे अपनी रोज़ी-रोटी को लेकर चिंतित हैं, क्योंकि उनके पास कमाई का कोई और साधन नहीं है। सरकार ने उन्हें हर संभव मदद देने का भरोसा दिलाया है।
- कृषि क्षेत्र को भी भारी नुकसान हुआ है। धान की फसलें पूरी तरह से बर्बाद हो गई हैं, जिससे किसानों को भारी नुकसान हुआ है। आने वाले दिनों में खाने-पीने की चीजों की कमी हो सकती है। सरकार किसानों को मुआवज़ा देने की योजना बना रही है, ताकि उन्हें कुछ राहत मिल सके।
- तूफान के बाद कई इलाकों में बिजली गुल हो गई है, जिससे लोगों को भारी परेशानी हो रही है। मोबाइल नेटवर्क भी ठीक से काम नहीं कर रहा है, जिससे लोगों का संपर्क पूरी तरह से टूट गया है। बिजली विभाग के कर्मचारी बिजली व्यवस्था को जल्द से जल्द ठीक करने में लगे हुए हैं।
- स्वास्थ्य विभाग भी अलर्ट पर है। बाढ़ और बारिश के कारण कई तरह की बीमारियाँ फैलने का खतरा है। स्वास्थ्य विभाग की टीमें प्रभावित इलाकों में जाकर लोगों को ज़रूरी दवाएँ और स्वास्थ्य संबंधी जानकारी दे रही हैं।
आगे की राह:
वियतनाम में सोमवार और मंगलवार को तूफान की रफ़्तार कम होने का अनुमान है, लेकिन लगातार बारिश और बाढ़ का खतरा अभी भी बना रहेगा। अधिकारी लोगों को सुरक्षित निकालने और राहत पहुँचाने के काम में लगे रहेंगे। क्षेत्रीय व्यापार और उड़ानों पर इसका थोड़ा असर ज़रूर पड़ेगा, लेकिन मौसम ठीक होते ही स्थिति सामान्य हो जाएगी।
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