जैस्मिन लैम्बोरिया ने जीता गोल्ड, नुपुर को मिला सिल्वर

इंडिया की जेस्मिन लैम्बोरिया ने वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप, 2025 में 57 किलो भार वर्ग में गोल्ड मेडल जीतकर इतिहास रच दिया। वहीं, नुपुर श्योराण ने भी +80 किलो भार वर्ग में कमाल दिखाते हुए सिल्वर मेडल अपने नाम किया। इससे भारत का दबदबा पूरी दुनिया में छा गया है।

खबर का सार

वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप 2025 में जेस्मिन का गोल्ड और नुपुर का सिल्वर, लिवरपूल में भारत ने मचाया धमाल!

विस्तार से

लिवरपूल में हुए वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप 2025 में जेस्मिन लैम्बोरिया ने 57 किलो भार वर्ग में गोल्ड मेडल जीता। दूसरी ओर, नुपुर श्योराण ने +80 किलो भार वर्ग में सिल्वर मेडल हासिल करके देश का नाम रोशन किया। भारत ने कुल चार मेडल जीतकर चैंपियनशिप का समापन किया।
मैनचेस्टर एंड शेरिंगहम बैंक एरिना, लिवरपूल में हुए फाइनल मुकाबले में जेस्मिन लैम्बोरिया ने पोलैंड की ओलंपिक मेडलिस्ट जूलिया सेरेमेता को 4-1 से हराया। जजों ने जेस्मिन के पक्ष में 30–27, 29–28, 30–27, 28–29, 29–28 स्कोर दिया। इससे पता चलता है कि जेस्मिन ने कितने सधे हुए अंदाज में खेला। पहले राउंड में सेरेमेता ने तेजी दिखाई पर जेस्मिन ने दूसरे राउंड से ही दूरी और अपनी पहुंच का सही इस्तेमाल करके मैच को अपने कंट्रोल में कर लिया।
वहीं, नुपुर श्योराण को +80 किलो भार वर्ग के फाइनल में पोलैंड की एगाटा काचमार्स्का से 2–3 से हार का सामना करना पड़ा। काचमार्स्का ने नुपुर की हाइट का फायदा नहीं उठाने दिया और नजदीक से हमला करके उन्हें पस्त कर दिया। भारत ने इस चैंपियनशिप में कुल चार मेडल जीते। जेस्मिन के अलावा, मिनाक्षी हुड्डा ने 48 किलो में गोल्ड और पूजा रानी ने 80 किलो में ब्रॉन्ज मेडल जीता। ये पहली बार है जब भारतीय महिला मुक्केबाजों ने विदेश में इतना शानदार प्रदर्शन किया है।

मैच के खास पल

  • 57 किलो भार वर्ग के फाइनल में दूसरा राउंड गेम चेंजर साबित हुआ। जेस्मिन ने अपने जबर्दस्त फुटवर्क और पहुंच से सेरेमेता को परेशान कर दिया और स्कोर अपने हक में कर लिया।
  • +80 किलो भार वर्ग के फाइनल के आखिरी राउंड में, काचमार्स्का के जोरदार काउंटर और बॉडी शॉट्स ने नतीजे को 3–2 से तय कर दिया, जबकि शुरुआत में नुपुर का प्रदर्शन बेहतर था।

विश्लेषण

जेस्मिन की जीत का राज था उनका जबर्दस्त रिंग-क्राफ्ट, पहुंच का सही इस्तेमाल और दूसरे राउंड से अपनी रणनीति में बदलाव करना। इससे उन्होंने अपनी प्रतिद्वंद्वी को दबाव में ला दिया। नुपुर के लिए, क्लोज रेंज में ज्यादा एक्सचेंज और विरोधी के आक्रामक खेल ने मुश्किल खड़ी कर दी। क्लीन स्कोरिंग शॉट्स की कमी की वजह से उन्हें स्प्लिट डिसीजन में हार का सामना करना पड़ा। वर्ल्ड बॉक्सिंग के नए स्ट्रक्चर में ये मेडल भारत की दावेदारी को मजबूत करेंगे और आने वाले सिलेक्शन प्रोसेस और रैंकिंग पर अच्छा प्रभाव डालेंगे।

प्रतिक्रियाएं

जेस्मिन ने अपनी खुशी जाहिर करते हुए कहा, मेरे पास अपनी भावनाओं को बताने के लिए शब्द नहीं हैं। उन्होंने इसे अपनी कड़ी मेहनत का नतीजा बताया। उन्होंने कोचिंग और सपोर्ट स्टाफ को भी धन्यवाद दिया। सोशल मीडिया पर भी जेस्मिन और नुपुर को खूब बधाईयां मिल रही हैं। CNBC-TV18 और स्पोर्ट्स टुडे जैसे प्लेटफॉर्म्स पर वीडियो अपडेट और इंस्टाग्राम रील्स में उनकी जीत की खूब चर्चा हो रही है।

निष्कर्ष

लिवरपूल में दो गोल्ड, एक सिल्वर और एक ब्रॉन्ज मेडल के साथ भारत ने शानदार प्रदर्शन किया है। इससे महिला मुक्केबाजी में भारतीय टीम का आत्मविश्वास बढ़ा है। अब भारतीय टीम को इस लय को बनाए रखने और अगले इंटरनेशनल सीजन में और बेहतर प्रदर्शन करने की चुनौती का सामना करना है।


वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप 2025, लिवरपूल में भारत की जेस्मिन लैम्बोरिया ने 57 किलो भार वर्ग में 4–1 से गोल्ड मेडल जीता, जबकि नुपुर श्योराण ने +80 किलो में सिल्वर मेडल हासिल किया। मिनाक्षी हुड्डा ने 48 किलो में गोल्ड और पूजा रानी ने 80 किलो में ब्रॉन्ज मेडल जीता, जिसके साथ भारत ने कुल चार मेडल जीतकर विदेश में अपना सबसे बेहतरीन प्रदर्शन किया। जेस्मिन की शानदार बॉक्सिंग और नुपुर का सिल्वर मेडल भारत की ताकत का सबूत है।

Raviopedia

तेज़ रफ्तार जिंदगी में सही और भरोसेमंद खबर जरूरी है। हम राजनीति, देश-विदेश, अर्थव्यवस्था, अपराध, खेती-किसानी, बिजनेस, टेक्नोलॉजी और शिक्षा से जुड़ी खबरें गहराई से पेश करते हैं। खेल, बॉलीवुड, हॉलीवुड, ओटीटी और टीवी की हलचल भी आप तक पहुंचाते हैं। हमारी खासियत है जमीनी सच्चाई, ग्राउंड रिपोर्ट, एक्सप्लेनर, संपादकीय और इंटरव्यू। साथ ही सेहत, धर्म, राशिफल, फैशन, यात्रा, संस्कृति और पर्यावरण पर भी खास कंटेंट मिलता है।

Post a Comment

Previous Post Next Post