अमरीका द्वारा लगाए गए टैक्स से भारतीय कारोबार जगत में थोड़ी घबराहट है। पुराने रिकॉर्ड के अनुसार, इस वजह से कारोबार में काफ़ी उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है।
कारोबार से जुड़े लोग अब इस बात पर ज़ोर दे रहे हैं कि नीतियां स्थिर रहें और नए बाज़ारों की तलाश की जाए।
मुख्य खबर:
- दुनिया भर में व्यापार को लेकर तनाव है। ऐसे में, पश्चिम बंगाल के पूर्व वित्त मंत्री अमित मित्रा ने कहा है कि अमरीका के टैक्स की वजह से भारतीय कारोबार कुछ परेशान हैं और उन्हें ठीक से समझ नहीं आ रहा कि क्या करना है।
- पुराने कागज़ात बताते हैं कि लोगों को इस बात की चिंता है कि आयात-निर्यात का खर्च बढ़ जाएगा, सामान पहुंचाने में देरी होगी और ऑर्डर मिलने में परेशानी होगी।
- जानकारों का मानना है कि अगर हम अपने निर्यात को अलग-अलग देशों में फैलाएं, व्यापार के समझौतों का सही इस्तेमाल करें और सामान में कुछ नया जोड़कर बेचें, तो इस परेशानी को कम किया जा सकता है।
- इसके अलावा, अगर देश में ही चीजों की मांग बढ़े और सरकार कारखानों को बढ़ावा देने के लिए योजनाएं चलाए, तो कंपनियों को नुकसान से बचने के रास्ते मिल सकते हैं।
- दूसरी तरफ, आज ज़्यादातर राज्यों में बैंक खुले हैं, इसलिए लोगों को बैंक से जुड़े काम करने में कोई दिक्कत नहीं हो रही है। बस कुछ राज्यों में छुट्टी होने की वजह से बैंक बंद हैं।
आगे की राह:
माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में कंपनियां लागत कम करने, दूसरे देशों से सामान मंगवाने और नुकसान से बचने के लिए कुछ और तरीके अपनाएंगी। सरकार भी निर्यात को बढ़ावा देने और व्यापार से जुड़ी बातचीत को तेज़ी से आगे बढ़ाने की कोशिश करेगी, ताकि इस परेशानी को कम किया जा सके।
