'मेरा बूथ, सबसे मजबूत' पहल के तहत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज शाम बिहार बीजेपी कार्यकर्ताओं के साथ वर्चुअल मीटिंग करेंगे।
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बिहार में आने वाले चुनावों के लिए, सत्तारूढ़ गठबंधन ने एक नया तरीका अपनाया है। इसके तहत, बड़े नेता सीधे कार्यकर्ताओं से जुड़ेंगे। आज शाम, इसी सिलसिले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वीडियो के ज़रिए कार्यकर्ताओं से बात करेंगे।
पार्टी के लोगों से पता चला है कि गृह मंत्री अमित शाह भी कई सभाएँ करने वाले हैं। इससे हर जिले में संदेश पहुँचाने और खास लोगों तक जानकारी पहुँचाने में मदद मिलेगी। इस तरीके से, नेता सीधे कार्यकर्ताओं से बात करेंगे। इससे पुराने कार्यकर्ताओं को भी ताक़त मिलेगी और नए वोटरों तक भी पहुँचा जा सकेगा। यह सब चुनावों को ध्यान में रखकर किया जा रहा है।
राजनीति के जानकार कहते हैं कि वर्चुअल मीटिंग से समय और पैसा बचता है। जब बड़े नेता हर जगह नहीं पहुँच सकते, तो यह तरीका बहुत काम आता है। इससे एक ही संदेश सभी तक पहुँच जाता है। दूसरी तरफ, विपक्षी पार्टियाँ अभी भी सीटों के बँटवारे और चुनाव चिह्नों पर बात कर रही हैं। वे यह भी तय करने की कोशिश कर रही हैं कि चुनावों में क्या मुद्दे उठाए जाएँ। ऐसे में, यह देखना दिलचस्प होगा कि सत्ताधारी पार्टी कैसे काम करती है और विपक्षी पार्टियाँ कैसे मिलकर मुकाबला करती हैं।
मीटिंग के बाद, उम्मीद है कि बूथ लेवल पर काम करने की योजनाएँ तेज़ी से आगे बढ़ेंगी। आईटी और डेटा से भी मदद ली जाएगी। स्थानीय मुद्दों को ध्यान में रखते हुए प्राथमिकताएँ तय की जाएँगी। अमित शाह की सभाएँ और उम्मीदवारों की लिस्ट जारी होने के बाद, चुनावी संदेश को पूरे प्रदेश में फैलाया जाएगा।
निष्कर्ष
इस मीटिंग के बाद, बूथ लेवल पर काम करने की योजनाएँ, आईटी सपोर्ट और स्थानीय मुद्दों पर ध्यान दिया जाएगा। इससे आगे के कार्यक्रमों को करने में मदद मिलेगी। अमित शाह की जनसभाएँ और उम्मीदवारों की लिस्ट के बाद, चुनावों से जुड़ा संदेश पूरे प्रदेश में फैल जाएगा।
