NDA में बीजेपी और जेडीयू 101-101 सीटों पर लड़ेंगी, एलजेपी (रामविलास) को 29 सीटें, और 'हम' व आरएलएम को 6-6 सीटें मिली हैं। पटना में आज प्रेस कॉन्फ्रेंस हो सकती है, सबकी निगाहें अंदरूनी नाराज़गी पर भी टिकी हैं।
विस्तृत खबर:
बिहार में 2025 के विधानसभा चुनाव को लेकर NDA (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) ने सीटों का बंटवारा कर लिया है। खबर है कि बीजेपी (भारतीय जनता पार्टी) और जेडीयू (जनता दल यूनाइटेड) दोनों ही 101-101 सीटों पर चुनाव लड़ेंगी। एलजेपी (रामविलास) को 29 सीटें दी गई हैं, जबकि 'हम' (हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा) और आरएलएम (राष्ट्रीय लोक मोर्चा) 6-6 सीटों पर अपनी किस्मत आजमाएंगे।
सूत्रों की मानें तो आज शाम पटना में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस होने वाली है, जिसमें उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी की जा सकती है। इससे चुनाव प्रचार में और तेज़ी आने की उम्मीद है।
सीटों के बंटवारे के बाद कुछ जगहों से नाराज़गी की खबरें भी आ रही हैं। पार्टी के नेता इस पर ध्यान रख रहे हैं, ताकि सब मिलकर काम करें और चुनाव में एकता बनी रहे।
राज्य में कई पार्टियाँ मैदान में हैं, ऐसे में गठबंधन को टिकट बांटते समय सामाजिक समीकरणों और इलाके के प्रतिनिधित्व का ध्यान रखना होगा। देखना होगा कि किस जाति और क्षेत्र को कितनी सीटें मिलती हैं।
वहीं, विपक्षी महागठबंधन में सीटों का बंटवारा अभी तक तय नहीं हो पाया है। इससे थोड़ा कंफ्यूजन बना हुआ है, पर लग रहा है कि जल्द ही कुछ नतीजे सामने आएंगे।
राजनीति के जानकारों का मानना है कि पहली लिस्ट में युवा और अनुभवी नेताओं के बीच बैलेंस बनाने की कोशिश की जाएगी। साथ ही, यह भी देखा जाएगा कि उम्मीदवार स्थानीय मुद्दों को कितनी अच्छी तरह से समझते हैं।
बीजेपी की केंद्रीय चुनाव समिति भी उम्मीदवारों के नाम तय करने में मदद कर रही है, ताकि राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर पार्टी की रणनीति एक जैसी रहे।
पिछली बार के चुनाव से सबक लेते हुए, इस बार बूथ लेवल पर मैनेजमेंट, डिजिटल मार्केटिंग और कार्यकर्ताओं के नेटवर्क पर खास ध्यान दिया जा रहा है।
आगे क्या होगा:
पहली लिस्ट आने के बाद सबसे बड़ी चुनौती यह होगी कि जिन लोगों को टिकट नहीं मिला है, उन्हें कैसे मनाया जाए। इसका असर लोगों की राय पर भी पड़ सकता है।
जैसे ही विपक्ष अपनी सीटों का बंटवारा करेगा, मुकाबला और भी दिलचस्प हो जाएगा। फिर यह देखना होगा कि कौन उम्मीदवार किस रणनीति के साथ मैदान में उतरता है।
