दक्षिण कोरिया की माने तो, उत्तर कोरिया ने एक और मिसाइल पूर्वी दिशा में दागी है। इससे आसपास के इलाके में सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ गई है। दूसरी तरफ, अमेरिका के हथियार बनाने वाली कंपनियों की कमाई में भी ज़बरदस्त उछाल आया है, जिसकी वजह यूक्रेन और गाजा में चल रही लड़ाईयाँ हैं। उनकी तिमाहियों की रिपोर्ट में ऑर्डर और मुनाफे में काफी बढ़ोत्तरी दिखाई दे रही है।
विस्तृत खबर:
आज सुबह-सुबह, दक्षिण कोरिया ने सबको बताया कि उत्तर कोरिया ने पूरब की तरफ एक बैलिस्टिक मिसाइल दागी है। इस वजह से जापान सागर (जिसे पूर्वी सागर भी कहते हैं) के आसपास के इलाके में सुरक्षा को लेकर सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।
इस हरकत से संयुक्त राष्ट्र के नियमों का उल्लंघन हुआ है, और पूरी दुनिया में इस बात पर फिर से बहस शुरू हो गई है कि इस इलाके को सुरक्षित कैसे रखा जाए। खासकर, इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में मिसाइलों से बचाव के लिए मिलकर काम करने की बहुत ज़रूरत है।
पिछले कुछ समय से उत्तर कोरिया लगातार मिसाइल टेस्ट कर रहा है। इसके जवाब में दक्षिण कोरिया, जापान और अमेरिका मिलकर कई बार सैन्य अभ्यास कर चुके हैं, ताकि किसी भी खतरे से निपटा जा सके।
इस बीच, यूक्रेन में चल रही जंग और मध्य पूर्व के झगड़ों के कारण अमेरिका की रक्षा कंपनियों, जैसे लॉकहीड मार्टिन और RTX की कमाई में भारी इज़ाफ़ा हुआ है। इससे पता चलता है कि दुनियाभर में हथियारों की मांग बढ़ रही है।
इस क्षेत्र के जानकार मानते हैं कि उत्तर कोरिया इस तरह के काम इसलिए कर रहा है ताकि बातचीत के दौरान अपनी बात मनवा सके और अपने देश में राजनीतिक माहौल को अपने हिसाब से बना सके। हालांकि, पड़ोसी देशों ने भी अपनी निगरानी बढ़ा दी है।
अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से यह गुजारिश की गई है कि वे शांत रहें और परमाणु हथियारों और मिसाइल कार्यक्रमों पर बातचीत फिर से शुरू करें, ताकि तनाव को कम किया जा सके।
आगे की राह:
जापान और दक्षिण कोरिया के साथ मिलकर अमेरिका और ज़्यादा सहयोग कर सकता है। इसके अलावा, इलाके में मिसाइल डिफेंस सिस्टम को भी और बेहतर बनाने की कोशिश की जा सकती है। अगर उत्तर कोरिया ने फिर से कोई टेस्ट किया, तो उस पर सख्ती से राजनयिक दबाव बनाया जा सकता है।
