मुख्य बातें:
- जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और पंजाब में भारी बारिश की आशंका।
- दिल्ली-एनसीआर, उत्तर प्रदेश और राजस्थान में तेज़ हवाओं और ओलावृष्टि का अनुमान।
- 8 से 10 अक्टूबर के बीच तापमान में 4-5 डिग्री सेल्सियस तक गिरावट की संभावना।
- किसानों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
विस्तृत खबर:
मॉनसून की विदाई के बाद, उत्तर-पश्चिम भारत में एक तीव्र पश्चिमी विक्षोभ आने की वजह से मौसम विभाग ने भारी बारिश और ओलावृष्टि की चेतावनी जारी की है।
मौसम विभाग के अनुसार, जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और पंजाब में बहुत ज़्यादा बारिश हो सकती है। इसके अलावा, उत्तराखंड, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और राजस्थान के कुछ हिस्सों में आज ओलावृष्टि और तेज़ हवाएं चलने की आशंका है।
देश के अन्य हिस्सों की बात करें तो, पूर्वोत्तर के राज्यों जैसे अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय में अगले पाँच दिनों तक बारिश होने की संभावना है। वहीं, दक्षिण भारत के तमिलनाडु, केरल, कर्नाटक और आंध्र प्रदेश में 10 अक्टूबर तक भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है।
दिल्ली-एनसीआर में बादल छाए रहेंगे और हल्की से मध्यम बारिश के साथ तेज़ हवाएं चल सकती हैं। उत्तर प्रदेश में 6 और 7 अक्टूबर को बारिश होने के बाद, 8-9 अक्टूबर से बारिश में कमी आने का अनुमान है।
बिहार में अगले 2-3 दिनों तक बिजली और गरज के साथ हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है। किसानों को सलाह दी गई है कि वे अपने खेतों से अतिरिक्त पानी निकालने की व्यवस्था करें। पश्चिमी विक्षोभ का असर कम होने के बाद तापमान में गिरावट आ सकती है।
प्रभाव :
ओलावृष्टि और तेज़ हवाओं से फलों, सब्जियों और रबी की फसलों को नुकसान हो सकता है। इसलिए, किसानों को सलाह दी जाती है कि वे अपनी फसलों को बचाने के लिए ज़रूरी कदम उठाएं, जैसे कि खेतों में नेट लगाना, पानी की निकासी की उचित व्यवस्था करना और मेड़ों को मज़बूत बनाना।
शहरी इलाकों में जलभराव और ट्रैफिक की समस्या बढ़ सकती है। प्रशासन ने लोगों से सतर्क रहने की अपील की है।
निष्कर्ष :
8 से 10 अक्टूबर के बीच उत्तर-पश्चिम भारत में तापमान में गिरावट और बारिश की तीव्रता में बदलाव देखने को मिल सकता है। मौसम विभाग की ताज़ा जानकारी पर नज़र रखें। स्थिति धीरे-धीरे सामान्य होने की संभावना है। किसानों और यात्रियों को सलाह दी जाती है कि वे बारिश की वजह से होने वाली परेशानियों के लिए तैयार रहें और स्थानीय प्रशासन द्वारा जारी की गई चेतावनी का पालन करें।
