दीपावली के मौके पर प्रधानमंत्री ने देशवासियों को एक पत्र लिखा है, जिसमें 'ऑपरेशन सिंदूर' की कामयाबी और देश की अंदरूनी सुरक्षा से जुड़े खतरे पर बात की गई है। उन्होंने 'विचारधारा की जंग' और नए किस्म के संगठित अपराधों से सावधान रहने की सलाह दी है।
मुख्य खबर
दीपावली के त्योहार पर प्रधानमंत्री ने देश के लोगों को एक खत लिखकर 'ऑपरेशन सिंदूर' का जिक्र करते हुए इंसाफ के साथ खड़े रहने और देश की सुरक्षा से जुड़ी चुनौतियों का मिलकर सामना करने का वादा किया है। इस खत में नक्सलवाद के खिलाफ लड़ाई और देश की सीमाओं पर अशांति के बीच समाज में बढ़ रहे पेचीदा अपराधों, आतंकवाद और विचारों की लड़ाई के बारे में भी चेतावनी दी गई है।
सरकार का कहना है कि दुनिया भर में मुश्किल हालात होने के बावजूद भारत एक मजबूत देश बनकर उभरा है, और यह सब कानून, व्यवस्था और विकास को ध्यान में रखकर बनाई गई नीतियों की वजह से मुमकिन हो पाया है। रक्षा मंत्री ने भी हाल ही में 'विचारधारा की जंग' और आधुनिक तकनीक वाले अपराधों पर चिंता जताई थी, जिसके लिए जरूरी है कि सिस्टम को और भी मज़बूत बनाया जाए और लोगों को जागरूक किया जाए।
राजनीति के जानकारों का मानना है कि यह संदेश त्योहारों पर एकजुटता के साथ-साथ सुरक्षा के मुद्दे पर भी बातचीत को बढ़ावा देता है, जिससे सरकार के कामकाज और लोगों की भागीदारी को एक साथ मजबूती मिलती है।
निष्कर्ष
त्योहारों के बाद सुरक्षा में सुधार, सिस्टम को मज़बूत बनाने और लोगों की भागीदारी पर आधारित नई योजनाओं की शुरुआत हो सकती है।
