20 जिलों में फैली 122 सीटों के लिए 11 नवंबर को वोट डाले जाएंगे। आज शाम पांच बजे चुनाव प्रचार थम जाएगा। बड़े नेताओं की ताबड़तोड़ रैलियां हो रही हैं, क्योंकि कई सीटों पर प्रतिष्ठा का सवाल है। मैदान में 1300 से ज़्यादा उम्मीदवार हैं।
मुख्य खबर:
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के दूसरे और आखिरी चरण का प्रचार आज शाम खत्म हो जाएगा। इसके बाद 11 नवंबर को 20 जिलों की 122 सीटों पर वोटिंग होगी। सभी पार्टियां आखिरी मौके पर वोटरों को लुभाने की कोशिश में लगी हैं और इसके लिए बड़े-बड़े नेता लगातार रैलियां और सभाएं कर रहे हैं।
इस बार मैदान में 1300 से ज़्यादा उम्मीदवार हैं और कई सीटों पर कांटे की टक्कर देखने को मिल रही है, जहां मुद्दे भी स्थानीय और राष्ट्रीय स्तर के हैं। आज कई बड़े नेताओं की अलग-अलग जिलों में रैलियां होंगी, जिनमें गया और औरंगाबाद भी शामिल हैं। सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं और चुनाव आयोग के नियमों का पालन सख्ती से कराया जा रहा है।
चुनाव आयोग के मुताबिक, शाम 5 बजे के बाद किसी भी तरह के सार्वजनिक प्रचार पर रोक लग जाएगी, हालांकि उम्मीदवार घर-घर जाकर वोट मांग सकते हैं, लेकिन उन्हें नियमों का पालन करना होगा। इस चरण को बहुत ही अहम माना जा रहा है, इसलिए सभी पार्टियां जाति, विकास और नौकरी जैसे मुद्दों पर ज़ोर दे रही हैं।
राजनीति के जानकारों का मानना है कि इस चरण की सीटें राज्य में किसकी सरकार बनेगी, यह तय करने में अहम भूमिका निभाएंगी। ऐसा इसलिए है क्योंकि इन सीटों में शहर, गांव, सीमांचल और मगध जैसे अलग-अलग क्षेत्रों के लोग शामिल हैं। कई सीटों पर सीधा मुकाबला है, तो कुछ पर त्रिकोणीय या बहुकोणीय लड़ाई देखने को मिल रही है। 11 नवंबर को होने वाले मतदान से पहले यह आखिरी मौका है, जब उम्मीदवार मतदाताओं को अपनी ओर खींचने की कोशिश कर रहे हैं।
आगे क्या:
प्रचार खत्म होने के बाद प्रशासन वोटिंग की तैयारियों, पोलिंग पार्टियों और सुरक्षा व्यवस्था की जांच करेगा। साथ ही, वोटरों को जानकारी देने और मदद करने के लिए बूथ लेवल पर सूचना केंद्र बनाए जाएंगे।
