मौसम विभाग ने आज सुबह 8:43 बजे जारी बुलेटिन में 27 सितंबर को कोकण-गोवा, मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा, ओडिशा और तेलंगाना में बहुत भारी बारिश की आशंका जताई है। तेज़ हवाएं चलेंगी और गरज-चमक के साथ अलर्ट जारी किया गया है।
स्थानीय प्रशासन को 'एक्शन' लेने के लिए कहा गया है, क्योंकि समुद्री इलाकों में तूफानी हवाएं चलने की आशंका है।
मुख्य खबर:
- भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने आज सुबह जारी बुलेटिन में कहा है कि 27 सितंबर को तटीय आंध्र प्रदेश, कोकण-गोवा, मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा, ओडिशा और तेलंगाना में कुछ जगहों पर बहुत भारी बारिश हो सकती है। इसके साथ ही, कई राज्यों में गरज-चमक के साथ 40–50 किमी/घंटा की रफ़्तार से तेज़ हवाएं चलने की चेतावनी भी जारी की गई है।
- बुलेटिन में यह भी कहा गया है कि दक्षिण, मध्य और उत्तरी बंगाल की खाड़ी के कई हिस्सों और दक्षिण/पश्चिम-मध्य अरब सागर के कुछ हिस्सों में तूफानी मौसम की आशंका है। इसलिए मछुआरों और तटीय इलाकों में रहने वाले लोगों को सावधान रहने की सलाह दी गई है।
- पिछले 25 सितंबर को कई इलाकों में भारी बारिश हुई है। न्यूनतम और अधिकतम तापमान में भी बदलाव आया है। मानसून की वापसी की लाइन भी आगे बढ़ रही है। बंगाल की खाड़ी में एक कम दबाव का क्षेत्र बन रहा है, जिसके 27 सितंबर के आसपास दक्षिण ओडिशा-उत्तरी आंध्र तट पर पहुंचने की आशंका है।
- मौसम विभाग ने किसानों को सलाह दी है कि वे ओडिशा, झारखंड, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना सहित कई राज्यों में अपनी फसलों और बागों से पानी निकालने की व्यवस्था करें। कटाई का काम समय पर पूरा करें और अनाज को सुरक्षित रखें। पशुओं और मछलियों को भी सुरक्षित रखने के उपाय करें, ताकि भारी बारिश और तेज़ हवाओं से नुकसान कम हो सके।
- उप-विभागीय चेतावनी पेज पर राज्यों और इलाकों के लिए दिन के हिसाब से अलर्ट जारी किए गए हैं। लोगों से अपील की गई है कि वे स्थानीय प्रशासन के निर्देशों का पालन करें। 'रेड' रंग का मतलब है कि 'एक्शन' लेना है, यानी सुरक्षा के उपाय करना ज़रूरी है। लोगों को 'रेड अलर्ट' का मतलब ठीक से समझना चाहिए और घबराना नहीं चाहिए।
विश्लेषण:
शहरी इलाकों में जलभराव हो सकता है। निचले इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति बन सकती है। सड़क और रेल यातायात बाधित हो सकता है। बिजली और पानी की आपूर्ति में भी दिक्कत आ सकती है। तटीय इलाकों में मछली पकड़ने पर रोक लगाई जा सकती है। लोगों को सलाह दी जाती है कि वे अपनी यात्रा की योजना बनाते समय और स्कूल या ऑफिस जाने से पहले स्थानीय प्रशासन के निर्देशों का पालन करें।
आगे की योजना:
अगले 48–72 घंटों में बारिश दक्षिण-पश्चिम और पश्चिमी भारत के कुछ हिस्सों में जारी रह सकती है। इसलिए लोगों को सलाह दी जाती है कि वे मौसम विभाग के अपडेट और उप-विभागीय चेतावनियों पर नज़र रखें और जल निकासी, पावर-बैकअप और आपदा से निपटने की तैयारी रखें।
