दुबई में खेले गए सुपर-4 के एक मामूली मैच में, भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 202/5 रन बनाए। श्रीलंका ने भी शानदार खेल दिखाया और मैच को टाई करा दिया। इसके बाद सुपर ओवर हुआ, जिसमें भारत को जीतने के लिए 3 रन बनाने थे, जिसे उन्होंने पहली ही गेंद पर हासिल कर लिया। इस रोमांचक मुकाबले में अंपायरिंग को लेकर भी कुछ विवाद हुआ।
पथुम निसांका ने शानदार 107 रन बनाए और कुसल परेरा के साथ मिलकर 127 रन की साझेदारी की, जिससे भारत पर दबाव बना रहा। लेकिन, अर्शदीप सिंह ने बेहतरीन गेंदबाजी की और भारत को जीत दिला दी। इस जीत के साथ भारत टूर्नामेंट में अभी तक हारा नहीं है।
मुख्य खबर :
- दुबई, 27 सितंबर 2025 की रात को एक ऐसा मैच हुआ जिसे क्रिकेट प्रेमी शायद ही कभी भूल पाएंगे। एशिया कप 2025 का सुपर-4 का आखिरी मैच था, जो भारत और श्रीलंका के बीच खेला गया। इस मैच में इतना रोमांच था कि हर कोई दांतों तले उंगली दबाने को मजबूर हो गया। भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवर में 202/5 रन बनाए। जवाब में श्रीलंका ने भी कड़ी टक्कर दी और मैच को टाई करा दिया।
- फिर आया सुपर ओवर, जहाँ अर्शदीप सिंह ने कमाल कर दिया। उन्होंने श्रीलंका को सिर्फ 2 रन बनाने दिए और 2 विकेट भी लिए। भारत को जीतने के लिए सिर्फ 3 रन चाहिए थे, जिसे शुभमन गिल ने पहली ही गेंद पर बनाकर टीम को जीत दिला दी।
- मैच की शुरुआत में भारत ने टॉस जीता और पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। भारत के बल्लेबाजों ने तेजी से रन बनाए और एक मजबूत शुरुआत की। बीच के ओवरों में भी रन बनाने की गति बनी रही और आखिरी के ओवरों में तेजी से रन बनाकर टीम ने 200 का आंकड़ा पार कर लिया।
- श्रीलंका की पारी शुरू हुई तो हार्दिक पांड्या ने कुसल मेंडिस को जल्दी आउट कर दिया, जिससे भारत को अच्छी शुरुआत मिली। लेकिन, इसके बाद पथुम निसांका और कुसल परेरा ने शानदार बल्लेबाजी की। दोनों ने मिलकर दूसरे विकेट के लिए 70 गेंदों पर 127 रन जोड़े और मैच को पूरी तरह से पलट दिया। परेरा 58 रन बनाकर आउट हो गए, लेकिन निसांका ने शानदार शतक लगाया और 52 गेंदों में 107 रन बनाए। उन्होंने मैच को आखिरी गेंद तक जिंदा रखा, लेकिन अपनी टीम को जीत नहीं दिला सके।
- सुपर ओवर में श्रीलंका की तरफ से दासुन शनाका और कुसल परेरा बल्लेबाजी करने आए। अर्शदीप सिंह ने शानदार गेंदबाजी की और पहले एक विकेट लिया और फिर कुछ डॉट बॉलें डालीं। इस ओवर में एक विवाद भी हुआ, जब एक कैच की अपील पर अंपायर ने ‘डेड बॉल’ करार दिया, जिससे रन-आउट भी नहीं हो सका। इस फैसले पर काफी बहस हुई, लेकिन अंपायर का फैसला नहीं बदला गया। अंत में, श्रीलंका 2 रन ही बना सका और भारत ने पहली गेंद पर 3 रन बनाकर मैच जीत लिया।
- इस टूर्नामेंट में भारत का प्रदर्शन बहुत अच्छा रहा है। उन्होंने ग्रुप स्टेज में यूएई, पाकिस्तान और ओमान को हराया था। सुपर-4 में भी उन्होंने पाकिस्तान और बांग्लादेश को मात दी थी। यह मैच भारत के लिए उतना जरूरी नहीं था, क्योंकि वह पहले ही फाइनल में पहुंच चुके थे। इसलिए, टीम मैनेजमेंट ने इस मैच को फाइनल की तैयारी के तौर पर लिया और अपनी टीम के संयोजन और गेंदबाजी की रणनीति को परखा।
- यह मैच दिखाता है कि 200 से ज्यादा रन बनाने के बाद भी गेंदबाजी में सुधार की गुंजाइश है। खासकर डेथ ओवरों में और बीच के ओवरों में और कसी हुई गेंदबाजी करने की जरूरत है। सुपर ओवर में शांत दिमाग से फैसले लेना बताता है कि टीम बड़े दबाव में भी अच्छा प्रदर्शन कर सकती है। पाकिस्तान के खिलाफ फाइनल से पहले इस तरह की जीत से टीम का आत्मविश्वास बढ़ेगा।
- सूर्यकुमार यादव ने मुश्किल समय में अच्छी बल्लेबाजी की, शुभमन गिल ने लगातार अच्छा प्रदर्शन किया है और अर्शदीप सिंह ने दबाव में शानदार गेंदबाजी की है। इन खिलाड़ियों के प्रदर्शन से टीम का चयन मुश्किल हो गया है। अब यह देखना होगा कि फाइनल में लोअर मिडिल-ऑर्डर के बल्लेबाज कैसा प्रदर्शन करते हैं, डेथ ओवरों में गेंदबाज कैसी गेंदबाजी करते हैं और फील्डिंग कितनी अच्छी होती है।
निष्कर्ष:
फाइनल से पहले भारत अपनी बल्लेबाजी क्रम में कुछ बदलाव कर सकता है और डेथ ओवरों में गेंदबाजी के विकल्पों पर विचार कर सकता है। वहीं, श्रीलंका को बीच के ओवरों में बेहतर गेंदबाजी करने और दबाव में सही फैसले लेने की जरूरत है। सुपर ओवर में मिली जीत से भारत का आत्मविश्वास बहुत बढ़ गया है और वे फाइनल में पाकिस्तान को हराने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं।
