कोलकाता में भारी बारिश ने 40 साल का रिकॉर्ड तोड़ा, 10 लोगों की मौत, स्कूल बंद। मौसम विभाग ने पूर्वी भारत में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है, लोगों को सतर्क रहने की सलाह।
कोलकाता में पिछले 24 घंटों में 251.4 मिमी बारिश हुई है, जो कि 40 साल का रिकॉर्ड है। इस बारिश की वजह से शहर में पानी भर गया है और यातायात बुरी तरह प्रभावित हुआ है। दुख की बात है कि 10 लोगों की जान भी चली गई है। सरकार ने 24 और 25 सितंबर को सारे स्कूल और कॉलेज बंद रखने का आदेश दिया है। मौसम विभाग ने पूर्वी भारत और तटीय इलाकों में और भी भारी बारिश की चेतावनी दी है।
मुख्य खबर:
- कोलकाता, 24 सितंबर 2025: कोलकाता में कल शाम से ही मूसलाधार बारिश हो रही है। 24 घंटे में 251.4 मिमी बारिश दर्ज की गई है, जो कि सितंबर के महीने में पिछले 40 सालों में सबसे ज्यादा है। बारिश से जुड़ी घटनाओं में 10 लोगों की जान जाने की खबर है, जिससे शहर में मातम पसर गया है।
- हालात को देखते हुए, राज्य के शिक्षा मंत्री ब्रत्य बसु ने कहा है कि 24 और 25 सितंबर को सभी सरकारी स्कूल और कॉलेज बंद रहेंगे। इससे छात्रों और उनके माता-पिता को थोड़ी राहत मिलेगी।
- मौसम विभाग (IMD) ने बताया है कि बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। इसकी वजह से पूर्वी भारत, ओडिशा, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में अगले कुछ दिनों तक भारी बारिश हो सकती है।
- मौसम विभाग ने यह भी कहा है कि 23 से 29 सितंबर के बीच कोंकण और मध्य महाराष्ट्र के घाट क्षेत्रों में भी भारी बारिश होने की आशंका है। इससे मुंबई और पुणे जैसे शहरों में पानी भरने, ट्रैफिक जाम और पेड़ गिरने जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
- स्काइमेट वेदर ने भी अपनी रिपोर्ट में बताया है कि पिछले 24 घंटों में पश्चिम बंगाल में बहुत भारी बारिश हुई है। ओडिशा और कुछ दूसरे राज्यों में भी मध्यम से भारी बारिश हुई है, जो कि इस हफ्ते के मध्य तक जारी रह सकती है।
- कोलकाता में दुर्गा पूजा की तैयारियां भी बारिश की वजह से रुक गई हैं। प्रशासन ने पानी निकालने और लोगों को बचाने के लिए पूरी तैयारी कर ली है। शहर की कई सड़कों पर पानी भर गया है, जिससे ट्रैफिक बहुत धीरे चल रहा है। IMD ने पहले ही चेतावनी दी थी कि बारिश की वजह से शहरों में बाढ़ आ सकती है, बिजली और पानी की सप्लाई बाधित हो सकती है, और निचले इलाकों में खतरा बढ़ सकता है।
- राज्य सरकार ने कहा है कि वह जल्द ही राहत और पुनर्वास के लिए मदद देगी। जिन परिवारों को नुकसान हुआ है, उन्हें मुआवजा भी दिया जाएगा। सरकार का ध्यान अभी पानी निकालने और जरूरी सेवाएं फिर से शुरू करने पर है।
- मौसम के जानकारों का कहना है कि अगले 48 से 72 घंटे बहुत महत्वपूर्ण हैं। बंगाल की खाड़ी में जो दबाव बना हुआ है, उसकी वजह से बारिश और भी तेज हो सकती है। लोगों को सलाह दी गई है कि वे बिना वजह घर से बाहर न निकलें, पानी भरे इलाकों से दूर रहें और सरकार की तरफ से जारी की गई चेतावनी का पालन करें।
आगे क्या होगा:
अगले दो-तीन दिनों तक पूर्वी भारत और पश्चिमी तटीय इलाकों में बारिश का खतरा बना रहेगा। इसलिए, सभी को स्थानीय प्रशासन के निर्देशों और मौसम विभाग की चेतावनी पर ध्यान देना चाहिए। स्कूल और कॉलेज कब खुलेंगे, यह मौसम ठीक होने के बाद ही तय किया जाएगा।
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