वॉशिंगटन में सरकार के कामकाज पर ताला लगने का डर है। रिपब्लिकन और डेमोक्रेट आपस में हेल्थ और टैक्स को लेकर सहमत नहीं हो पा रहे हैं।
खबरों के अनुसार, इस गर्मी में पास हुए बड़े बिल को लेकर बहस चल रही है। कटौती पर भी मतभेद हैं। समय कम है, इसलिए बातचीत तेज़ हो गई है।
मुख्य खबर:
- अमेरिका में बजट को लेकर लड़ाई चल रही है, जिससे सरकार के कामकाज पर ताला लगने का खतरा बढ़ गया है। कैपिटल हिल पर बातचीत चल रही है, फिर भी कुछ कल्याण योजनाओं और टैक्स में छूट को लेकर सहमति नहीं बन पा रही है। ऐसे में समय पर समझौता होना मुश्किल लग रहा है।
- खबरों के मुताबिक, विपक्षी दल चाहते हैं कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के इस गर्मी में पास किए गए 'मेगा-बिल' में मेडिकेड में कटौती और कुछ टैक्स क्रेडिट के नियमों पर दोबारा विचार किया जाए। वहीं, सरकार अपनी आर्थिक योजनाओं और खर्चों को लेकर सख्त है। इसलिए खर्चों और नीतियों को लेकर टकराव जारी है।
- शटडाउन का मतलब है कि ज़रूरी सरकारी काम रुक जाएंगे, सरकारी कर्मचारियों को सैलरी नहीं मिलेगी या उन्हें छुट्टी पर भेज दिया जाएगा और लोगों को सरकारी सेवाएं मिलने में देरी होगी। ज़रूरी सेवाएं और सुरक्षा एजेंसियां काम तो करती रहेंगी, लेकिन कम क्षमता के साथ। इससे अर्थव्यवस्था पर बुरा असर पड़ेगा।
- बजट को लेकर राजनीति अमेरिकी सिस्टम में हमेशा से एक मुद्दा रही है। हर शटडाउन से पहले 'कंटीन्यूइंग रेज़ोल्यूशन' (CR) जैसे तरीकों से कुछ समय के लिए काम चलाया जाता है, लेकिन जब तक नीति पर सहमति नहीं बनती, तब तक कोई पक्का समाधान नहीं निकलता। इस बार भी CR या थोड़ा-थोड़ा करके समझौता करने की बातें चल रही हैं।
- इसका असर दूसरे देशों पर भी पड़ेगा। शटडाउन की वजह से बाजार में डर का माहौल बन सकता है, डॉलर की कीमत घट-बढ़ सकती है और लोग सुरक्षित जगहों पर निवेश करना पसंद कर सकते हैं। यूरोप और एशिया में भी इस पर नज़र रखी जा रही है, क्योंकि अमेरिका की मांग और आर्थिक आंकड़े दुनिया के लिए ज़रूरी होते हैं।
विश्लेषण:
अगर समय पर समझौता नहीं होता है, तो सरकार को कुछ समय के लिए कामकाज बंद करना पड़ सकता है। इसका असर 2025 और 2026 में भी देखने को मिलेगा। हालांकि, अमेरिका में ऐसा पहले भी हुआ है कि आखिरी समय में समझौता हो गया हो, इसलिए बाजार और जानकार दोनों ही इस पर नज़र बनाए हुए हैं।
आगे क्या होगा:
बातचीत में कुछ Progress होने पर CR या कम समय के लिए बजट समझौता हो सकता है, लेकिन लंबे समय तक सब ठीक रखने के लिए हेल्थ, टैक्स और कल्याण योजनाओं पर सहमति ज़रूरी होगी। अगले दो-तीन दिनों में कैपिटल हिल से आने वाले संकेत बहुत ज़रूरी होंगे।
