भारत के चुनाव आयोग ने वोटर लिस्ट को अपडेट करने का एक और बड़ा कदम उठाया है। उन्होंने स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) नाम से एक अभियान शुरू किया है, जिसका दूसरा चरण शुरू हो गया है। इस अभियान का लक्ष्य है कि वोटर लिस्ट को साफ-सुथरा बनाया जाए, ताकि आने वाले चुनावों में किसी तरह की गड़बड़ी न हो।
विस्तार से:
30 अक्टूबर 2025 को सुबह 9 बजे, नई दिल्ली में चुनाव आयोग ने इस अभियान की शुरुआत की। इस बार, यह अभियान देश के 12 राज्यों और 6 केंद्रशासित प्रदेशों में चलाया जा रहा है, जिसमें लगभग 51 करोड़ मतदाताओं का डेटा अपडेट किया जाएगा।
चुनाव आयोग का कहना है कि वे राज्य सरकारों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं, ताकि लोगों का नाम वोटर लिस्ट में जुड़वाने, हटवाने या पता बदलवाने का काम तेजी से हो सके। इसके अलावा, जो लोग 18 साल के हो गए हैं, उनका नाम अपने आप वोटर लिस्ट में जुड़ जाएगा।
क्या-क्या होगा:
- चुनाव आयोग अलग-अलग जगहों पर कैंप लगाएगा, जहाँ लोग अपने वोटर कार्ड से जुड़ी जानकारी अपडेट करवा सकते हैं।
- बूथ लेवल ऑफिसर (BLO) घर-घर जाकर लोगों के वोटर कार्ड की जानकारी वेरिफाई करेंगे।
क्यों ज़रूरी है:
इस अभियान का मकसद है कि आने वाले विधानसभा चुनावों, स्थानीय चुनावों और राष्ट्रीय चुनावों से पहले वोटर लिस्ट बिल्कुल सही हो। इससे यह भी पता चलेगा कि कितने नए वोटर हैं और कितने लोगों का नाम वोटर लिस्ट से हटाना है।
किस पर होगा असर:
- जो लोग पहली बार वोटर बनेंगे (18 साल से ऊपर), उन्हें फायदा होगा क्योंकि उनका नाम आसानी से वोटर लिस्ट में जुड़ जाएगा।
- जो लोग दूसरे शहरों में जाकर बस गए हैं, वे भी अपना नाम वोटर लिस्ट में अपडेट करवा सकेंगे।
- महिलाएं, बुजुर्ग और विकलांग लोग भी इस अभियान से लाभान्वित होंगे।
- जिन लोगों का नाम वोटर लिस्ट में गलत है या दो बार है, उनका नाम हटा दिया जाएगा। इससे चुनाव में गड़बड़ी होने की संभावना कम हो जाएगी।
चुनाव आयोग का कहना:
चुनाव आयोग का कहना है कि SIR-2 अभियान साफ वोटर लिस्ट, निष्पक्ष चुनाव के लक्ष्य को पूरा करने के लिए चलाया जा रहा है। उन्होंने राज्यों को निर्देश दिया है कि वे जगह-जगह कैंप लगाएं और लोगों को जागरूक करें।
पहले क्या हुआ:
पिछले कुछ सालों में शहरों में लोगों की आबादी बढ़ी है, लोग एक शहर से दूसरे शहर में जाकर बस रहे हैं और डिजिटल पहचान का इस्तेमाल बढ़ गया है। इस वजह से वोटर लिस्ट में कई तरह की गलतियाँ हो गई हैं। SIR अभियान इन्हीं गलतियों को सुधारने की कोशिश है।
इससे क्या होगा:
- वोटर लिस्ट में सुधार होने से चुनाव के दिन बूथ पर भीड़ कम होगी, पर्ची बांटने में आसानी होगी और मतदान का काम अच्छे से हो पाएगा।
- चुनाव से जुड़े विवाद कम होंगे और लोगों का भरोसा बढ़ेगा।
- ऑनलाइन वेरिफिकेशन और कैंपों के जरिए नए मतदाताओं का रजिस्ट्रेशन तेजी से हो सकेगा।
आगे क्या होगा:
आने वाले हफ्तों में BLO कैंप लगाए जाएंगे और ऑनलाइन फॉर्म में सुधार करने का मौका दिया जाएगा। इसके बाद, नामों को जोड़ने, हटाने और सुधार करने के बाद फाइनल लिस्ट जारी की जाएगी। राज्यों को यह काम समय पर पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं।
