सूत्रों की मानें तो, भाजपा और जदयू बिहार विधानसभा चुनाव में बराबर सीटों पर लड़ने के लिए तैयार हैं। चुनाव की तारीखों के ऐलान के बाद विपक्ष ने आलोचना की है, जिससे माहौल गरमा गया है।
मुख्य खबर
बिहार में होने वाले चुनावों को लेकर NDA के घटक दलों में सीटों के बंटवारे पर ज़ोरदार चर्चा चल रही है।
क्या हुआ
ख़बरों के मुताबिक, भाजपा और जदयू बराबर सीटों पर लड़ने को तैयार हैं। माना जा रहा है कि लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) और हम (HAM) जैसे साथियों को भी उनकी हिस्सेदारी मिलेगी और NDA एकजुट होकर चुनाव लड़ेगा।
क्यों हुआ
2020 के चुनाव और 2024-25 के सियासी माहौल को देखते हुए, गठबंधन को मज़बूत रखना सबसे ज़रूरी है। इसलिए, भाजपा और जदयू मिलकर काम करने पर ज़ोर दे रहे हैं।
किस पर असर
इसका सीधा असर उम्मीदवारों के चुनाव, जाति और सामाजिक समीकरणों पर पड़ेगा। साथ ही, सीमांचल जैसे इलाकों में चुनावी रणनीति भी बदल सकती है।
पृष्ठभूमि
चुनाव की तारीखों का ऐलान होते ही कांग्रेस ने चुनाव आयोग पर सवाल उठाए, जिससे माहौल और भी गरम हो गया।
असर
अगर भाजपा और जदयू बराबर सीटों पर लड़ते हैं, तो कार्यकर्ताओं में नाराज़गी कम हो सकती है। विपक्ष इसे सरकार की कमज़ोरी बता सकता है। टीवी और इंटरनेट पर लाइव कवरेज से इस बहस को और बढ़ावा मिला है।
निष्कर्ष
अगले कुछ दिनों में NDA सीटों के बंटवारे और उम्मीदवारों की पहली लिस्ट पर फ़ैसला कर सकता है। इसके बाद, क्षेत्रीय सभाओं और घोषणापत्र पर ध्यान दिया जाएगा।
