एनडीए और इंडिया गठबंधन में सीटों के बँटवारे पर बात अटकी, एलजेपी (रा) की माँगों ने बिगाड़ा समीकरण। कई पार्टियाँ अपने संभावित उम्मीदवारों की लिस्ट को फ़ाइनल करने में लगी हैं। इलेक्शन कमीशन ने बुज़ुर्ग वोटरों के लिए पोस्टल बैलेट की सुविधा फिर से याद दिलाई।
मुख्य ख़बर:
बिहार में 2025 के विधानसभा चुनाव से पहले, दोनों बड़े गठबंधनों में सीटों के बँटवारे को लेकर ज़बरदस्त खींचातानी चल रही है। इसी वजह से फ़ाइनल फ़ॉर्मूला तय होने में देरी हो रही है।
एलजेपी (रा) ने एनडीए में 36 से 40 सीटें माँगी हैं, जिससे एनडीए का अंदरूनी हिसाब-किताब गड़बड़ा गया है। वहीं, जेडीयू और बीजेपी अपनी जीती हुई सीटों को छोड़ने के मूड में नहीं हैं।
विपक्षी खेमे में, आरजेडी ने तेजस्वी यादव को आगे रखकर तीन डिप्टी सीएम बनाने के फ़ॉर्मूले पर बात करने का इशारा किया है। इससे लगता है कि वे अपने साथियों के बीच संतुलन बनाने की कोशिश कर रहे हैं।
भारतीय जनता पार्टी की राज्य चुनाव समिति ने लगभग 27 सीटों पर संभावित उम्मीदवारों के नाम तय कर लिए हैं। इससे पहले चरण की तैयारियों को रफ़्तार मिल गई है।
जन सुराज समेत कई क्षेत्रीय पार्टियाँ भी अपनी पहली लिस्ट जारी करने की तैयारी में हैं। इससे मुक़ाबला और भी दिलचस्प होने वाला है।
इधर, इलेक्शन कमीशन ने 85 साल से ज़्यादा उम्र के और दिव्यांग वोटरों के लिए पोस्टल बैलेट से वोट डालने की सुविधा के बारे में फिर से बताया है। इससे ज़्यादा से ज़्यादा लोगों की भागीदारी हो सके।
आगे क्या होगा:
आने वाले दिनों में सीटों के बँटवारे पर समझौता हो सकता है और चुनावी रैलियों में तेज़ी आएगी। पहली और दूसरी लिस्ट आने के बाद उम्मीदवार चुनने पर नाराज़गी की वजह से कुछ पार्टियों में अंदरूनी कलह भी हो सकती है।
