बिहार में चुनाव होने वाले हैं, और इससे पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 3 अक्टूबर को दोपहर 3:30 बजे एक ज़रूरी कैबिनेट बैठक बुलाई है। माना जा रहा है कि ये चुनावी साल की आखिरी बड़ी बैठक होगी।
बैठक में क्या हो सकता है?
खबर है कि सरकार इस बैठक में लोगों के हित के लिए कई बड़े फ़ैसले ले सकती है। सरकार की कोशिश है कि चुनाव की आचार संहिता लागू होने से पहले ही ज़रूरी योजनाओं को मंज़ूरी मिल जाए।
राजनीति के जानकारों का कहना है कि ऐसी बैठकों में आम तौर पर सामाजिक सुरक्षा, रोज़गार, और बुनियादी ढाँचे से जुड़े प्रस्तावों पर बात होती है। हालाँकि, अभी तक ये साफ़ नहीं है कि बैठक में किन मुद्दों पर बात होगी।
त्योहारों और बदलते मौसम के कारण प्रशासनिक काम में देरी हो सकती है, इसलिए सरकार चाहती है कि विभागों को समय पर दिशा-निर्देश मिल जाएँ।
आगे क्या होगा?
3 अक्टूबर की बैठक के बाद जो प्रस्ताव और सूचनाएँ जारी होंगी, उनसे पता चलेगा कि चुनाव से पहले सरकार की क्या प्राथमिकताएँ हैं। विपक्ष इस पर क्या प्रतिक्रिया देता है और ये योजनाएँ कैसे लागू होती हैं, इस पर भी सबकी नज़र रहेगी।
