यूरोपीय रोग निरोध एवं नियंत्रण केंद्र (ECDC) के अनुसार, 2025 की शुरुआत से ही दुनिया के 100 से ज़्यादा देशों में डेंगू के 40 लाख से ज़्यादा मामले सामने आए हैं, और 2,500 से ज़्यादा लोगों की मौत हो चुकी है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) का कहना है कि डेंगू को वैक्सीन से रोका जा सकता है, इसलिए रोकथाम, समय पर पहचान और लोगों की भागीदारी पर ध्यान देना चाहिए।
मुख्य खबर:
ECDC के आंकड़ों के अनुसार, 2025 की शुरुआत से अब तक दुनिया भर में डेंगू के 40 लाख से ज़्यादा मामले और 2,500 से ज़्यादा मौतें हुई हैं। इससे पता चलता है कि यह बीमारी बहुत तेज़ी से फैल रही है।
WHO के अनुसार, डेंगू एक वायरल बीमारी है जो एडीज़ मच्छरों से फैलती है। इसे वैक्सीन से रोका जा सकता है। WHO स्वास्थ्य प्रणालियों को सलाह देता है कि वे रोकथाम और जल्दी पहचान पर ध्यान दें।
शहरों में ज़्यादा भीड़भाड़, पानी का जमाव, जलवायु परिवर्तन और यात्रा के कारण डेंगू नए क्षेत्रों में फैल रहा है। इससे स्वास्थ्य संसाधनों पर दबाव बढ़ रहा है।
WHO के निर्देशों के अनुसार, लोगों को मच्छरों के लार्वा को मारने, पानी के जमाव को रोकने, बुखार क्लीनिक चलाने और मौसम के पूर्वानुमान के आधार पर चेतावनी प्रणाली का उपयोग करने के लिए कहा गया है।
विश्लेषण:
दुनिया भर में डेंगू के मामलों में बढ़ोतरी से पता चलता है कि वैक्सीन का इस्तेमाल धीरे-धीरे करना होगा, जल्दी पहचान करने वाली किटों का इस्तेमाल करना होगा और मच्छरों को नियंत्रित करने के लिए मिलकर काम करना होगा। इसके अलावा, जलवायु परिवर्तन के कारण हो रहे तापमान में बदलाव और अनियमित बारिश जैसी समस्याओं से निपटने के लिए स्वास्थ्य और जलवायु नीतियों को एक साथ लाने की ज़रूरत है।
निष्कर्ष:
उष्णकटिबंधीय और उपोष्णकटिबंधीय देशों में डेंगू के मामले बढ़ने की आशंका है। इसलिए, स्थानीय प्रशासन को निगरानी, वैक्सीन नीति और सामुदायिक अभियानों को एक साथ मिलकर चलाना होगा।
