IT मंत्रालय के सचिव का कहना है कि भारत का अपना AI मॉडल, जो भारतीय डेटा से सीखेगा, फरवरी तक बनकर तैयार हो जाएगा। IMC 2025 में 800 से ज़्यादा AI-ऑटोमेशन के समाधान और 'AI for Good' समिट के ज़रिए देश की ज़रूरी बातों पर ध्यान दिया जाएगा।
मुख्य खबर:
इंडिया मोबाइल कांग्रेस 2025 में, सरकार ने दिखाया कि कैसे चीज़ें डिजिटल हो रही हैं। उन्होंने बताया कि भारत का अपना AI मॉडल फरवरी तक बनकर तैयार हो जाएगा और इस्तेमाल के लिए उपलब्ध होगा। इसे भारतीय डेटा से सिखाया जा रहा है।
कार्यक्रम में, 'AI for Good' समिट के ज़रिए स्वास्थ्य, कृषि, जलवायु परिवर्तन से निपटने और डिजिटल समावेशन जैसी ज़रूरी बातों पर AI के इस्तेमाल के तरीकों को दिखाया गया।
उम्मीद है कि इस कार्यक्रम में 800 से ज़्यादा AI-आधारित ऑटोमेशन के उदाहरण दिखाए जाएंगे, जो बताते हैं कि उद्योग, सरकार और शिक्षा जगत मिलकर काम कर रहे हैं।
बड़ी कंपनियों ने AI से चलने वाले कंज्यूमर और एंटरप्राइज इनोवेशन पेश किए, जिनमें स्मार्ट डिवाइस, नेटवर्क और डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर शामिल थे।
कनेक्टिविटी और कम्प्यूटिंग के अगले चरण—6G, ऑन-डिवाइस AI और भरोसेमंद AI स्टैंडर्ड्स—पर भी बात हुई, ताकि ज़्यादा और सुरक्षित समाधान बनाए जा सकें।
विश्लेषण:
अपना AI मॉडल बनाने से डेटा-लोकलाइजेशन, प्राइवेसी और सेक्टर के हिसाब से बदलाव करने के नियम तय हो सकते हैं। इससे स्वास्थ्य, कृषि और सरकारी सेवाओं में तेज़, भरोसेमंद और जवाबदेह उपयोग किया जा सकेगा।
इसे बड़े पैमाने पर इस्तेमाल करने के लिए कंप्यूट इंफ्रास्ट्रक्चर, ओपन मॉडल/API और स्किल्ड लोगों की ज़रूरत होगी।
आगे की योजना:
फरवरी तक, अपना AI मॉडल पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर शुरू हो जाएगा और मंत्रालयों और राज्यों में अलग-अलग तरह के उपयोग के मामले बढ़ेंगे, जिससे 'AI for All' का लक्ष्य पूरा हो सकेगा।
