सितंबर में खुदरा महंगाई दर गिरी, 8 साल के निचले स्तर पर!

राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (NSO) ने अभी-अभी आंकड़े जारी किए हैं, और खबर यह है कि सितंबर 2025 में खुदरा महंगाई दर 1.54% पर आ गई है। यह रिज़र्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) के तय किए गए 2-6% के दायरे से भी नीचे है। खाने-पीने की चीज़ों की महंगाई तो और भी कम होकर -2.28% पर पहुंच गई है। मतलब, कीमतों में काफी गिरावट आई है।

क्या है इस खबर का मतलब?

  • सितंबर में महंगाई दर 1.54% रही, जो अगस्त में 2.07% थी। यह जून 2017 के बाद सबसे कम है।
  • खाने-पीने की चीज़ों की महंगाई -2.28% रही, जो 2018 के बाद सबसे बड़ी गिरावट है। शहरों में यह -2.47% और गांवों में -2.17% रही।
  • सब्जियां, तेल, फल, दालें, अनाज और ईंधन सस्ते होने की वजह से महंगाई कम हुई है।
  • हालांकि, घर और दूसरी चीज़ों पर थोड़ा असर पड़ा है।

बाजार पर इसका क्या असर होगा?

बाजार के जानकारों का कहना है कि खाने-पीने की चीज़ों के दाम में गिरावट और टैक्स में बदलाव की वजह से आने वाले दिनों में महंगाई ज्यादा नहीं बढ़ेगी। लेकिन सोना-चांदी और दूसरी सेवाओं के दाम बढ़ने से थोड़ा असर पड़ सकता है।

इकोनॉमिक टाइम्स के अनुसार, महंगाई दर RBI के लक्ष्य से नीचे चली गई है, जो सरकार के लिए एक मुश्किल स्थिति है। अगर महंगाई 2% से कम रहती है, तो मांग और विकास को बनाए रखना मुश्किल हो सकता है।

ट्रेडिंग इकोनॉमिक्स के अनुसार, महंगाई दर 1.7% रहने की उम्मीद थी, लेकिन यह उससे भी कम रही। इससे पता चलता है कि कीमतों में गिरावट हर तरफ है। खाने-पीने की चीज़ों का हिस्सा लगभग आधा होने की वजह से यह महंगाई दर को नीचे खींच रहा है।

शेयर बाजार का हाल

14 अक्टूबर को शेयर बाजार थोड़ा कमजोर रहा। सेंसेक्स 82,029.98 पर और निफ्टी 25,145.50 पर बंद हुआ। इससे पता चलता है कि बाजार में जल्दी ही कोई बड़ा बदलाव नहीं होने वाला है। हालांकि, 15 अक्टूबर की सुबह गिफ्ट निफ्टी में थोड़ी तेजी दिख रही थी।

आज सुबह एशियाई बाजारों में सुधार हुआ है और अमेरिका-चीन के बीच व्यापार को लेकर तनाव भी कम हुआ है, जिसका असर भारतीय बाजारों पर पड़ सकता है। जानकारों की नज़र 25,000-25,400 की रेंज पर बनी हुई है।

आगे क्या होगा?

महंगाई दर कम होने की वजह से RBI अभी ब्याज दरों में बदलाव नहीं करेगा। लेकिन सरकार को महंगाई, विकास और पैसे की उपलब्धता के बीच संतुलन बनाए रखना होगा।

बाजार की नज़र Q2FY26 के नतीजों, विदेशी संकेतों और विदेशी निवेशकों के निवेश पर रहेगी। 25,000-25,400 की रेंज भी महत्वपूर्ण रहेगी। अक्टूबर-नवंबर में खाने-पीने की चीज़ों के दाम से पता चलेगा कि आगे महंगाई कैसी रहेगी।

संक्षेप में:

  • सितंबर 2025 में महंगाई दर 1.54% रही, जो जून 2017 के बाद सबसे कम है।
  • खाने-पीने की चीज़ों की महंगाई -2.28% रही।
  • जानकारों का कहना है कि आने वाले दिनों में महंगाई ज्यादा नहीं बढ़ेगी।
  • सेंसेक्स और निफ्टी में जल्दी ही कोई बड़ा बदलाव नहीं होने वाला है।
  • बाजार की नज़र Q2 के नतीजों और विदेशी संकेतों पर रहेगी।

Raviopedia

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