बिहार की 243 सीटों के लिए NDA और महागठबंधन में टक्कर, प्रधानमंत्री मोदी आज महिला कार्यकर्ताओं से करेंगे बात। पहले चरण का प्रचार खत्म, अब वोटिंग की तैयारी। 7.4 करोड़ से ज़्यादा वोटर डालेंगे वोट।
मुख्य खबर:
बिहार में विधानसभा चुनाव की तारीख़ आ गई है। 243 सीटों के लिए वोटिंग दो बार में होगी- 6 और 11 नवंबर को। वोटों की गिनती 14 नवंबर को होगी।
इस बार चुनाव में NDA (BJP और JDU) और महागठबंधन (कांग्रेस और RJD) के बीच ज़ोरदार मुकाबला है। वहीं, जनसुराज पार्टी भी अपनी ताकत दिखाने की कोशिश में लगी है।
आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी NDA की महिला कार्यकर्ताओं के साथ ऑनलाइन बात करेंगे। पहले चरण के लिए प्रचार 3 नवंबर को खत्म हो गया।
क्या हुआ और क्यों:
चुनाव आयोग के मुताबिक, पहले चरण में 121 सीटों पर 6 नवंबर को वोट डाले जाएंगे। दूसरे चरण की वोटिंग 11 नवंबर को होगी।
राज्य में 7.4 करोड़ से भी ज़्यादा लोग वोट डालेंगे। इनमें 14 लाख से ज़्यादा ऐसे युवा हैं जो पहली बार वोट देने जा रहे हैं। ये युवा वोटर कई सीटों पर जीत-हार तय कर सकते हैं।
किस पर होगा असर:
सभी पार्टियाँ युवाओं, महिलाओं और पहली बार वोट देने वाले लोगों पर ध्यान दे रही हैं। ये लोग सरकार से नाराज़गी या विकास के मुद्दों पर वोट कर सकते हैं।
गाँवों और शहरों की सीटों पर पार्टियों का तालमेल और रोज़गार, शिक्षा और कानून जैसे मुद्दे चुनाव में असर डालेंगे।
किसने क्या कहा:
चुनाव के माहौल में नेताओं के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर चल रहा है। खबरों में बताया जा रहा है कि प्रधानमंत्री मोदी की रैलियाँ हो रही हैं और विपक्षी पार्टियाँ उन पर आरोप लगा रही हैं। मोकामा जैसे इलाकों में ज़मीनी स्तर पर क्या चल रहा है, बाहुबल का क्या असर है और युवा वोटर क्या चाहते हैं, इस पर भी बातें हो रही हैं।
पहले क्या हुआ:
बिहार की राजनीति में NDA और महागठबंधन हमेशा से आमने-सामने रहे हैं। अपराध, जाति और विकास के मुद्दे हमेशा उठते रहे हैं। इस बार भी सुरक्षा, रोज़गार और सामाजिक न्याय जैसे मुद्दे चुनाव में अहम हैं।
क्या हो सकता है:
दो चरणों में वोटिंग होने से पहले चरण के नतीजों का असर दूसरे चरण पर पड़ सकता है, खासकर बॉर्डर और शहरी इलाकों में। कम वोटों से भी कुछ सीटें इधर-उधर हो सकती हैं। महिला और युवा वोटर किसके साथ जाते हैं, यह देखना ज़रूरी होगा।
आगे क्या होगा:
वोटिंग से पहले सुरक्षा के इंतज़ाम किए जा रहे हैं और पार्टियाँ बूथ लेवल पर अपनी रणनीति बनाने में लगी हैं। 14 नवंबर को सब पता चल जाएगा।
