कनाडा में भारतीयों के वीज़ा मिलने की दर घटी, हर तीन में से सिर्फ एक को मंज़ूरी

कनाडा ने वीज़ा नियमों को सख्त किया, 4 नवंबर तक 75% भारतीय आवेदन रद्द। नए नियमों और पेंडिंग आवेदनों के अंबार के कारण स्टूडेंट्स और काम करने वालों पर असर पड़ सकता है।

मुख्य खबर:

कनाडा ने आप्रवासन (इमिग्रेशन) नियमों को सख्त कर दिया है। एक स्कूल के बुलेटिन के अनुसार, अब हर तीन में से सिर्फ एक भारतीय आवेदक को वीज़ा मिल रहा है, यानी 75% आवेदन रद्द हो रहे हैं। स्टूडेंट वीज़ा, वर्क परमिट और दूसरे तरह के वीज़ा के लिए भी यही हाल है। इससे भारतीय स्टूडेंट्स और नौकरी करने की सोच रहे लोगों की प्लानिंग पर पानी फिर सकता है।

क्या हुआ और क्यों हुआ:

कनाडा सरकार अब आप्रवासन पर ज़्यादा कंट्रोल रखना चाहती है। उनका कहना है कि वो धोखाधड़ी रोकना चाहते हैं और सिस्टम में पारदर्शिता लाना चाहते हैं। इसलिए उन्होंने जांच और नियमों को सख्त कर दिया है। इस कारण भारतीय आवेदनों के मंज़ूर होने की दर घट गई है, प्रोसेसिंग में ज़्यादा टाइम लग रहा है और रिजेक्शन बढ़ गए हैं।

किस पर होगा असर:

भारतीय स्टूडेंट्स, स्किल्ड वर्कर्स और जो लोग अपने परिवार को कनाडा बुलाना चाहते हैं, उन्हें अब और भी ज़्यादा कागज़ात दिखाने होंगे, पैसे का इंतज़ाम दिखाना होगा और ज़्यादा इंतज़ार करना होगा। यूनिवर्सिटी एडमिशन, अच्छी नौकरी के लिए लोगों का आना-जाना और कम समय के लिए घूमने जाने की प्लानिंग पर भी इसका असर पड़ सकता है।

क्या कहा गया:

रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि कनाडा ने यह फ़ैसला दुनिया भर में चल रही राजनीति और अपने देश में आवास की समस्या को देखते हुए लिया है। इससे भारतीय आवेदकों पर बुरा असर पड़ रहा है। इसलिए, स्टूडेंट्स और आवेदकों को सलाह दी जा रही है कि आवेदन करने से पहले अपने कागज़ात ठीक से तैयार कर लें और दूसरे देशों के बारे में भी सोचें।

पहले क्या होता था:

कुछ सालों से कनाडा भारतीय छात्रों के लिए एक पसंदीदा जगह बना हुआ था। लेकिन वीज़ा में धोखाधड़ी और आप्रवासन नियमों के गलत इस्तेमाल की वजह से सख्ती बढ़ानी पड़ी। अब अंतरराष्ट्रीय छात्रों को आर्थिक और रहने की जगह की समस्या के कारण और भी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।

क्या होगा असर:

हो सकता है कि कम समय के लिए भारतीय आवेदक यूके, यूरोप और ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों का रुख करें। कनाडा जाने वाले स्टूडेंट्स को ज़्यादा टाइम और पैसा लगाना पड़ सकता है। लंबे समय में, कनाडा को अपनी आर्थिक ज़रूरतों और सामाजिक दबाव के बीच तालमेल बैठाना होगा, और अलग-अलग क्षेत्रों के हिसाब से वीज़ा देने की दर को तय करना होगा।

क्या करें आगे:

एक्सपर्ट्स का कहना है कि जो लोग आगे कनाडा जाना चाहते हैं, उन्हें पहले से तैयारी करनी चाहिए, सही कोर्स चुनना चाहिए और अपने सभी कागज़ात ठीक रखने चाहिए। साथ ही, नियमों में बदलाव पर भी ध्यान रखना ज़रूरी है।

Raviopedia

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