दिल्ली में प्रदूषण की मार: दफ्तरों के समय में बदलाव!

दिल्ली में हवा की हालत नाज़ुक है। सरकार सोच रही है कि दफ्तरों के समय को थोड़ा बदला जाए ताकि सड़कों पर भीड़ कम हो और प्रदूषण से राहत मिले।

मुख्य ख़बर:

दिल्ली में हवा दिनों-दिन ख़राब होती जा रही है। धुंध भी बहुत ज़्यादा है। ऐसे में दिल्ली सरकार ने एक बड़ा फ़ैसला लिया है। अगले हफ़्ते से सरकारी और नगर निगम (MCD) के दफ्तरों के खुलने और बंद होने का समय बदला जा सकता है। इससे सुबह और शाम को सड़कों पर जो ज़्यादा भीड़ होती है, उसे कम करने में मदद मिलेगी और प्रदूषण भी कुछ कम होगा।

PTI न्यूज़ एजेंसी के मुताबिक, दिल्ली का AQI (एयर क्वालिटी इंडेक्स) 322 तक पहुँच गया है, जो कि बहुत ख़राब माना जाता है। हवा में PM2.5 का लेवल भी बहुत ज़्यादा है। इसी वजह से सरकार दफ्तरों के समय में बदलाव करने पर विचार कर रही है ताकि सड़कों पर भीड़ कम हो और गाड़ियों से निकलने वाले धुएँ को घटाया जा सके।

क्या होगा?

सरकार चाहती है कि दफ्तरों के समय को इस तरह बदला जाए कि सड़कों पर हर समय एक जैसी गाड़ियाँ रहें, ताकि सुबह-शाम ज़्यादा भीड़ न हो। इससे लोगों को आने-जाने में आसानी होगी।

क्यों?

गाड़ियों से निकलने वाला धुआँ प्रदूषण का एक बड़ा कारण है। सुबह और शाम को जब सड़कों पर जाम लगता है, तो PM2.5 और PM10 जैसे ख़तरनाक कणों का लेवल बढ़ जाता है। इससे लोगों की सेहत पर बुरा असर पड़ता है।

किस पर असर होगा?

दफ्तरों के समय में बदलाव होने से सरकारी कर्मचारियों, दफ्तरों में आने वाले लोगों और आम नागरिकों पर असर पड़ेगा। हो सकता है कि प्राइवेट कंपनियों को भी ऐसा ही करना पड़े।

पहले क्या हुआ है?

दिल्ली-NCR में सर्दियों के मौसम में AQI अक्सर 'बहुत ख़राब' या 'गंभीर' कैटेगरी में पहुँच जाता है। इसके बाद सरकार GRAP (ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान) जैसे उपाय करती है। इसमें सड़कों पर ट्रैफिक को मैनेज करना, कंस्ट्रक्शन पर रोक लगाना और लोगों को सलाह देना शामिल है। अभी भी AQI 'रेड जोन' में है, इसलिए दफ्तरों के समय में बदलाव करने जैसे कदम उठाने की ज़रूरत पड़ रही है।

इसका क्या असर होगा?

दफ्तरों के समय में बदलाव होने से सड़कों पर गाड़ियों की भीड़ कम होगी। इससे गाड़ियाँ कम पेट्रोल-डीज़ल जलाएँगी और धुएँ का उत्सर्जन भी कम होगा। साथ ही, लोगों को काम करने में आसानी होगी और आने-जाने में भी कम समय लगेगा। लेकिन इसका ज़्यादा फ़ायदा तभी होगा जब पब्लिक ट्रांसपोर्ट को बेहतर बनाया जाएगा, लोगों को घर से काम करने का ऑप्शन दिया जाएगा और आसपास के शहरों के साथ मिलकर काम किया जाएगा।

आगे क्या होगा?

सरकार जल्द ही नए समय के बारे में पूरी जानकारी देगी। इसके बाद, यह देखा जाएगा कि इस बदलाव से क्या फ़र्क पड़ता है और ज़रूरत पड़ने पर आगे भी बदलाव किए जाएँगे। लोगों को सलाह दी जाएगी कि वे अपनी यात्रा की योजना में बदलाव करें और ज़्यादा से ज़्यादा पब्लिक ट्रांसपोर्ट का इस्तेमाल करें।

Raviopedia

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