भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने आने वाले दिनों के लिए कुछ ज़रूरी सूचनाएँ दी हैं। पूर्वी भारत के कुछ हिस्सों के लिए भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है, जबकि दिल्ली में लोगों को बादल छाए रहने और हल्की बारिश का सामना करना पड़ सकता है।
किन राज्यों पर है खतरा:
मौसम विभाग ने खासकर ओडिशा, पश्चिम बंगाल, बिहार, असम और मेघालय में भारी बारिश की चेतावनी दी है। इन राज्यों में अगले कुछ दिनों तक तेज़ बारिश होने की आशंका है।
दिल्ली का मौसम कैसा रहेगा:
दिल्ली और उसके आसपास के इलाकों (NCR) में 1 अक्टूबर को बादल छाए रहने और हल्की बूंदाबांदी होने की संभावना है। तापमान की बात करें तो, अधिकतम तापमान 33 से 35 डिग्री सेल्सियस के बीच और न्यूनतम तापमान 25 से 27 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने का अनुमान है।
मॉनसून की वापसी में देरी:
IMD के अनुसार, इस साल मॉनसून की वापसी में देरी हो रही है। आम तौर पर अक्टूबर में बारिश कम हो जाती है, लेकिन इस बार ज़्यादातर हिस्सों में सामान्य से ज़्यादा बारिश होने की संभावना है। हालांकि, उत्तर-पश्चिम भारत के कुछ इलाकों में कम बारिश हो सकती है।
बारिश क्यों हो रही है:
कच्छ की खाड़ी और आसपास के क्षेत्रों में कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है, जिसके कारण पूर्वी भारत में ज़्यादा बारिश हो रही है। मौसम का यह बदलाव पश्चिमी-मध्य भारत में भी दिखाई दे रहा है, जहाँ महाराष्ट्र में अक्टूबर में सामान्य से ज़्यादा बारिश होने का अनुमान है।
किस पर होगा असर:
भारी बारिश से पूर्वी राज्यों के निचले इलाकों, नदी के किनारे वाले क्षेत्रों और शहरों में पानी भरने और ट्रैफिक जाम होने की समस्या हो सकती है। इससे स्थानीय प्रशासन पर भी दबाव बढ़ सकता है। बारिश किसानों के लिए मिली-जुली खबर है। कुछ फसलों को इससे फायदा हो सकता है, लेकिन कटाई और सामान को एक जगह से दूसरी जगह ले जाने में दिक्कतें आ सकती हैं।
मौसम विभाग की सलाह:
- जब भारी बारिश हो रही हो, तो पुराने और कमज़ोर इमारतों से दूर रहें।
- पानी से भरे इलाकों में जाने से बचें।
- ट्रैफिक नियमों का पालन करें।
- स्थानीय प्रशासन की ओर से जारी निर्देशों का पालन करें।
बारिश का असर:
इस बारिश से जलाशयों में पानी भरने में मदद मिलेगी, मिट्टी में नमी बढ़ेगी और हवा की गुणवत्ता में सुधार होगा। हालांकि, शहरों में जल निकासी और ग्रामीण इलाकों में बुनियादी ढांचे के लिए यह एक चुनौती भी होगी। मॉनसून की वापसी में देरी के कारण उत्तर-पूर्वी और पूर्वी राज्यों को अक्टूबर के पहले दो हफ़्तों में ज़्यादा सावधानी बरतने की ज़रूरत है।
आगे क्या होगा:
अगले 48 से 72 घंटों में IMD की ओर से जारी किए जाने वाले अलर्ट और शहर के मुताबिक मौसम के पूर्वानुमान पर नज़र रखें। राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरणों की सलाह का पालन करें। महाराष्ट्र और मुंबई में 1 से 6 अक्टूबर के बीच बादल छाए रहने और मध्यम बारिश होने की संभावना है।
संक्षेप में:
मौसम विभाग ने पूर्वी भारत में भारी बारिश की चेतावनी दी है और दिल्ली में बादल छाए रहने का अनुमान जताया है। मॉनसून की वापसी में देरी हो रही है, इसलिए लोगों को सतर्क रहने और ज़रूरी सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है।
